रैबार

Thursday 21 May 2015

हिट पैट दूर दुन्यासि















हिट पैट दूर दुन्या सि
कखि जौला बसेरु

आँख्युन आँख्युन मा
छवीं बात लगौला
मन ही मनमा मनसि
माया तें लगौला
उखि रमि जौला डाइक डेरु
हिट पैट दूर दुन्या……

बण फौन पंछियों का
बैटी  दगड़ा
गीत मिलिक
लगौला अपड़ा
बिसरी दुरंगी दुन्या कु फेरु
हिट पैट दूर दुन्या……

जख हो भल्लु
रिवाज अर रीत
मायादार बैख
आंख्युन मा प्रीत
खौ भौ न हो न तेरु मेरु
हिट पैट दूर दुन्या……

फूल ही न जख कांडों मा
भि फुलार हो
सच्चा मन वाळा सब्बि
न द्विरंगी यार हो
भेद भौ जाति थाती कु न हो फेरु
हिट पैट दूर दुन्या……

पाख्यों मा प्योंली हो
डाँडों मा बुरांश
मखमलि बुग्याळ हो
घुघती हिलांश
आदा हो न कुछ सब्बि हो पूरु
हिट पैट दूर दुन्या……

ठंडी हवा हो जख
छुयों कु ठण्डु पाणी
मन तेन रिझौण वाळी
मिट्ठी मिट्ठी बाणी
यक हैका बुल्यां कु माणु न बूरु
हिट पैट दूर दुन्या……

                प्रभात सेमवाल (अजाण )सर्वाधिकार सुरक्षित